रविवार को कोर्ट खुली और 112 क्रिमिनल केस निष्पादित
जानिए किस न्यायालय ने कितना क्रिमिनल केस को आज निष्पादित किए
First Prime: पटना उच्च न्यायालय के आदेश पर व्यवहार न्यायालय रविवार 10 अक्टूबर को खोली गयी और विभिन्न न्यायालय नें अनुसंधानकर्ता द्वारा समर्पित किए गए फाइनल फॉर्म पर सुनवाई की और लगभग 112 क्रिमिनल केस को निष्पादित कर दिया। आज विभिन्न न्यायालय में ऐसे मामले की सुनवाई की गई जिस मामले में अनुसंधानकर्ता ने अनुसंधान पुरा करने के बाद यह कहते हुए फाइनल फॉर्म जमा कर दिया कि घटना सत्य है परंतु सूत्रहीन है ,घटना असत्य है, जमीन विवाद का है, अज्ञात लोगों के खिलाफ दर्ज मामले में घटना सत्य है परंतु सूत्र हीन है। ऐसे मामलों में न्यायालय ने सूचक को अपना पक्ष रखने के लिए नोटिस भेजी है नोटिस प्राप्त करने के बाद भी सूचक न्यायालय में अपना पक्ष रखने नहीं आये तब न्यायालय ने मामले को समाप्त कर दिया। सर्वाधिक 43 क्रिमिनल केस का निष्पादन एक्साइज न्यायालय के विशेष न्यायाधीश दीपक भटनागर ने किया है। एक्साइज न्यायालय से वैसे क्रिमिनल केस को निष्पादित किया गया जिसमें अवैध शराब बरामदगी के बाद पुलिस द्वारा अज्ञात के विरुद्ध मुकदमा दर्ज की और अनुसंधानकर्ता अवैध शराब कारोबारियों को पता लगाने में सफल नहीं रही और फाइनल फॉर्म सूत्र हीन करके न्यायालय में दाखिल कर दी। एससी एसटी न्यायालय के विशेष न्यायाधीश अरुण कुमार ने कुल 18 क्रिमिनल केस को निष्पादित किया। इस न्यायालय से वैसे फाइनल फॉर्म वाले मामले को निष्पादित किया गया जिसमें सूचक ने आरोपितों के विरुद्ध एससी एसटी एक्ट के तहत मामला थाना में दर्ज कराई परंतु अनुसंधान में पुलिस ने मामले को असत्य पाते हुए फाइनल फॉर्म जमा किया है न्यायालय ने सुचक को अपना पक्ष रखने के लिए नोटिस भेजी। नोटिस लेने के बाद भी जब सूचक न्यायालय में नहीं आए तब ऐसे मामले को आज निष्पादित कर दिया गया। प्रभारी सीजेएम धीरेंद्र कुमार पांडेय ने फाइनल फॉर्म संबंधित सीजेएम न्यायालय के 11 मामलों को सुनवाई के बाद निष्पादित कर दी। एसीजेएम किरण चतुर्वेदी ने शाम्हो थाना के 13 एवं नीमाचांदपुरा थाना के 15 मामलें जिसमें फाइनल फॉर्म दिया गया था उसे सुनवाई के बाद निष्पादित कर दी। एसीजेएम रघुवीर प्रसाद ने डंडारी थाना के एक मामले को जिसमें फाइनल फॉर्म जमा किया गया था सुनवाई के बाद निष्पादित कर दी। न्यायिक दंडाधिकारी बृजनाथ ने नयागांव थाना के 5 एवं मंसूरचक थाना के 6 मामले जिसमें फाइनल फॉर्म दिया गया था सुनवाई के बाद निष्पादित कर दी। आपको बता दें कि इस तरह के लगभग 5000 मामले न्यायालय में बेवजह लंबित हैं। इसमें अकेले सर्वाधिक 3000 मामले सीजेएम न्यायालय में लंबित है।इस तरह के सभी मामले में सूचक को नोटिस भेजी जा रही है। सभी मामले में सूचक को नोटिस नहीं भेजी जा सकी है इसलिए आज इतनी कम संख्या में मामले निष्पादित हुए हैं। अगले रविवार 17 अक्टूबर को न्यायालय में फिर इस तरह के मामले की सुनवाई की जाएगी। आपको बता दें कि 28 नवंबर तक हर रविवार को फाइनल फॉर्म से जुड़े मामले की सुनवाई संबंधित न्यायालय करेंगे।
राजेश सिंह विधि, संवाददाता