पीरामल फाउंडेशन ने 160 पल्स ऑक्सिमिटर सदर अस्पताल बेगूसराय को उपलब्ध कराया
First Prime: कोरोना की दूसरी लहर थमने का नाम नहीं ले रही, दिन प्रतिदिन कोरोना संक्रमितों के आंकड़े पुराने रिकॉर्ड्स ध्वस्त करते जा रहे हैं। वहीं मृतकों की संख्या में भी तेजी से इजाफा हो रहा है। इस समय देश विकट हालात से गुजर रहा है, कोरोना ने अपना महाविस्फोटक रूप धारण कर लिया है। ऑक्सीजन की किल्लत के कारण स्वास्थ्य व्यवस्थाएं चरमरा गई हैं, जिसके कारण मृतकों की संख्या तेजी से बढ़ती जा रही है।
ऐसे में डॉक्टर्स हल्के लक्षण वाले मरीजों को घर पर ही रह कर होम आइसोलेशन में रिकवर होने की सलाह दे रहे है। कोरोना पॉजिटिव मरीजों के ऑक्सीजन स्तर पर नजर रखना काफी जरूरी है, ताकि समय से पहले मरीज को अस्पताल ले जाकर उसकी जान बचाई जा सके। ऐसे में ऑक्सीजन मापने के लिए ऑक्सीमीटर ही एकमात्र सहारा है। इसी को देखते हुए गुरुवार को पीरामल फाउंडेशन के डीटीएम गोपाल कृष्ण चौधरी ने सदर अस्पताल बेगूसराय को 160 पल्स ऑक्सिमिटर उपलब्ध कराया ताकि कोरोना मरीजो के ऑक्सिजन लेवल जाँच में मदद मिल सके एवं समय पर मरीज को अस्पताल ले जाकर जान बचाई जा सके । पीरामल फाउंडेशन के बीटीओ दीपक मिश्रा ने बताया कि मौके पर सीएस डॉ बी के झा , डीपीएम शैलेश चंद्रा , डीआईओ डॉ आनंद शर्मा मौजूद थे ।
आइए जानते हैं क्या है ऑक्सीमीटर और कैसे करें इसका इस्तेमाल।
पल्स ऑक्सीमीटर कपड़े की क्लिप के समान एक छोटा सा उपकरण होता है, इसे पोर्टेबल ऑक्सीमीटर भी कहा जाता है। क्योंकि यह क्लिप के समान एक छोटा सा डिजिटल उपकरण होता है, जिसे यहां से वहां अपने साथ आसानी से ले जाया जा सकता है। ऑक्सीजन का स्तर मापने के लिए इसे हांथ की उंगली में फंसाया जाता है और कुछ एक सेकेंड में यह व्यक्ति के ऑक्सीजन स्तर को रीडिंग के माध्यम से स्क्रीन पर शो कर देता है। साथ ही यह शरीर में होने वाले छोटे से छोटे बदलाव को भी पकड़ लेता है।