BEGUSARAI/चेरियाबरियारपुर में हरेक साल की भांति लगभग 13 वर्षों से बार-बार हरे-भरे गेंहू के फसल को जलाकर क्षति करने एवं मना करने पर जान से मारने की धमकी देने का सनसनीखेज़ मामला प्रकाश में आया है. उक्त मामले में पीड़ित किसान पबड़ा गांव निवासी राधा प्रसाद सिंह के पुत्र गणेश सिंह दर-दर की ठोकरें खाने के लिए मजबूर हैं. पीड़ित किसान की मानें तो दबंगो का कहर 2007 से लगातार जारी है. जिससे भयभीत पीड़ित किसान किसी अनहोनी की आशंका से लगातार नौकरशाहों के दरवाजे पर दस्तक दे रहा है. लेकिन अबतक किसी सक्षम अधिकारियों के द्वारा ठोस पहल नहीं किए जाने से विपक्षियों के हौसले सातवें आसमान पर पहुंच गया है. तथा विपक्षी स्वर्गीय चुन्नी सिंह के पुत्र फूलो सिंह, रामाशीष सिंह के पुत्र मुकेश सिंह, राजो सिंह के पुत्र दिवाकर सिंह, शशिभूषण सिंह के पुत्र सिन्टु सिंह सहित अन्य सभी वीरपुर थाना क्षेत्र के पबड़ा ढाब निवासी पीड़ित किसान के घर पहुंच गाली-गलौज करते हुए मुकदमा उठाने की धमकी देने से भी बाज नहीं आ रहे हैं.
फसल जलाने के मामले में तीन मुकदमे हैं लंबित
पीड़ित किसान के अनुसार फसल जलाने के मामले में चेरियाबरियारपुर थाना कांड संख्या 51/16, 19/17 एवं 26/19 न्यायालय में लंबित है. उक्त कांड में फूलो सिंह सहित अन्य के विरुद्ध वरीय पुलिस पदाधिकारी के द्वारा अनुसंधान के क्रम में सत्य पाया गया है. एवं पुलिस पदाधिकारी के द्वारा विरोध में चार्जशीट भी दाखिल किया गया है. जबकि अनुमंडल दंडाधिकारी मंझौल के न्यायालय में वाद संख्या-204 एम/19 दंड प्रक्रिया संहिता-107 की कार्रवाई भी की जा चुकी है. परंतु विपक्षी पीड़ित किसान एवं अधिकारियों को धत्ता बताते हुए दबंगई करने से पीछे हटने को तैयार नहीं है. फलत: पीड़ित किसान के परिजनों को भय और खौफ के साए में जीवन यापन के लिए मजबूर होना पड़ रहा है.
फर्जी वाजदाबीनामा के आधार पर किया जा रहा परेशान
पीड़ित किसान गणेश सिंह के अनुसार इनके पूर्वज के द्वारा वर्ष-1953 में स्वर्गीय गांगो महतो के पुत्र महावीर महतो से लगभग तीन बिघा जमीन की खरीदारी की गई थी. जिसपर आज तक शांति पूर्ण दखल कब्जा है. परंतु विपक्षी 2006 से अनिबंधित एवं गलत वाजदाबीनामा के आधार पर पांच लाख रुपए की मांग करते हुए चला आ रहा है. तथा नहीं देने पर हरे-भरे लहलहाते गेहूं के फसल को जला देता है. जिससे अबतक पीड़ित किसान का लाखों रुपए का नुक़सान हो चुका है. वहीं पीड़ित किसान ने जिला प्रशासन से उक्त मामले में हस्तक्षेप कर न्याय दिलाने की मांग की है.