ज़ब्त गाड़ियों को छुड़ाने के लिए फायरिंग कर बालू माफिया ले भागने में भी रहे कामयाब
हरेराम दास : बेगूसराय में बेखौफ अपराधियों ने एक बार फिर बिहार सरकार के सुशासन की हवा निकाल कर रख दी है । ताज़ा मामला ज़िले के मटिहानी थाना क्षेत्र के लौका टोल की घटना है जहां बालू माफियाओं ने आज अवैध खनन की चेकिंग करने पहुंचे ज़िला खनन पदाधिकारी उमेश चौधरी को अपना निशाना बनाया और उन पर गोलीबारी और मार पीट की घटना को अंजाम दिया। गनीमत रही कि उमेश चौधरी और उनके साथ गए आधा दर्जन पुलिस जवानों ने किसी तरह भागकर अपनी जान बचा ली ।
ज़िला खनन पदाधिकारी उमेश चौधरी ने घटना की जानकारी देते हुए बताया कि मिली गोपनीय सूचना पर मटिहानी थाना क्षेत्र के गंगा नदी से सटे लौकाटोल में छापामारी करने जा रहे थे तभी पौसपुरा ढाला के पास अवैध खनन की बालू लोड एक ट्रैक्टर को जब्त कर मटिहानी थाना भेज दिया और लौका टोल पहुंचे जहां बालू माफिया के द्वारा अवैध खन्न की गंगा की उजला बालू लोड 10 गाड़ियों को जब्त कर लिया गया और पुलिस के जवान ज़ब्त की गाड़ियों को लेकर चलते तभी बाइक सवार 10-12 की संख्या में हथियार बन्द बालू माफिया पहुंचे और फायरिंग शुरू कर दी इस दौरान मेरी पुलिस जवानों को डरा धमका कर भगा दिया और ज़ब्त गाड़ियों को छुड़ा कर अपने साथ ले गये। ज़िला खनन पदाधिकारी ने बताया कि मैंने किसी तरह भाग कर अपनी जान नही बचाते तो बालू माफिया मेरी हत्या कर देते खनन माफियाओं ने विभाग और पुलिस की 4 सरकारी गाड़ियों में भी जमकर तोड़ फोड़ की है। खनन पदाधिकारी उमेश चौधरी ने बताया कि मेरे द्वारा मटिहानी थाने में अज्ञात बालू माफिया के खिलाफ मामला दर्ज करा दिया गया है । और फिर मुझे मटिहानी थाना की पुलिस इलाज के लिए सदर अस्पताल लायी है।
वहीं घटना का चश्मदीद सिपाही अशोक कुमार ने बताया के साहेब के द्वारा ज़ब्त 10 गाड़ियों पर एक एक जवान गाड़ी को लेकर चलते तभी हथियारबंद खनन माफियाओं ने हमलोगों को भी गोली मारने की धमकी दी और गाड़ी से खींच कर भगा दिया या और ज़ब्त बालू लोड गाड़ियों को अपने साथ ले गये। मटिहानी थानाध्यक्ष परशुराम सिंह ने बताया कि मामले में प्राथमिकी दर्ज कर ली गयी है।