न्यायाधीश ने कोरोना को लेकर जिले वासियों से की अपील, कोरोना संक्रमण से बचें
न्यायाधीश ने कोरोना को लेकर जिले वासियों से की अपील , घर में रहे, सुरक्षित रहे…
ब्यूरो रिपोर्ट: बेगूसराय न्यायालय के विधिक सहायता मंच के संरक्षक न्यायाधीश राजीव कुमार ने करोना का कहर को देखते हुए जिले वासियों को जागरूक करने के लिए सड़क पर उतर कर सभी को इससे बचने के लिए खुद को अपने घरों में लॉक करने की अपील की है । साथ ही साथ बहुत जरूरी काम पड़ने पर यदि घर से निकलना पड़े तो डबल लेयर का मास्क पहनकर 2 फीट की सामाजिक दूरी का पालन करते हुए निकले।
स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ा
देश में कोरोना वायरस की दूसरी लहर का प्रकोप जारी है। आपको बता दें कि स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक सोमवार (26 अप्रैल) को बीते 24 घंटे में कोरोना के 3,52,991 नए मामले सामने आए हैं और 2812 लोगों की मौत हुई है। वहीं 24 घंटे में 2,19,272 लोग कोविड-19 से रिकवर हुए हैं। कुल पॉजिटिव केसों की संख्या 1,73,13,163 हो गई है। एक्टिव केसों की संख्या 28,13,658 है और डिस्चार्ज हुए मामलों की संख्या 1,43,04,382 है। देश में कोरोना से अब-तक 1,95,123 लोगों की मौत हुई है। भारत में 14,19,11,223 लोगों को कोरोना वैक्सीन लगाई गई है।
कई देशों ने कोरोना वायरस से सुरक्षित रहने के लिए लोगों को सलाह दी गई थी। लोगों से कहा गया था कि वो अपने-अपने घरों में ही रहे और आपात स्थिति में ही घर से बाहर निकलें। इसके चलते ही पूरे देश में लॉकडाउन होने की संभावना बढ़ गई है।
भारत समेत कई और देशों में भी धीरे-धीरे लॉकडाउन लगाना शुरू हो गया है और लोगों से सावधानी बरतने को कहा है। लोगों से कहा गया है कि वे सफ़ाई का ध्यान रखें, हाथों को नियमित तौर पर साफ़ करते रहें, मास्क पहनें और एक-दूसरे के संपर्क में कम आएं यानी सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा पालन करें।
न्यायाधीश क्या कहते हैं
न्यायाधीश राजीव कुमार ने बताया कि अपने हाथों को हमेशा 20 मिनट के बाद सेनेटाइज करते रहना है। जैसा कि चिकित्सकों ने सलाह दिया है कि घर से निकलने से पहले गर्म पानी में बेटाडिन गर्गल नमक हल्दी आदि मिलाकर गारगिल करके निकले और घर आने पर पुनः वही कार्य को दोबारा करना है । उन्होंने बताया कि जिले की भी स्थिति बहुत गंभीर बनी हुई है। लेकिन जिला अधिकारी अरविंद कुमार वर्मा ने लोगों की हर संभव मदद करने को तत्पर दिख रहे हैं । लगातार कोविड केयर सेंटर ऑक्सीजन प्लांट आदि का भ्रमण कर रहे हैं ताकि लोगों को किसी भी प्रकार की कोई समस्या ना हो और हमारा भी कर्तव्य है कि हम सभी उनका साथ दें । साथ ही उन्होंने बताया कि रेड क्रॉस सोसायटी के उपाध्यक्ष डॉ निरंजन सिंह लगातार कोरोना महामारी पर पैनी नजर बनाए हुए हैं। जहां भी ऑक्सीजन की कमी होती है या अन्य दवाओं की दिक्कत हो रही है उनको उपलब्ध कराने की हर संभव प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि अभी जागरूकता भी बहुत आवश्यक है। आप सभी लोगों से भी अपील है कि अपने समाज अपने गांव और सभी को जागरूक करें। बहुत जरूरी होने पर ही घरों से बाहर निकले अन्यथा घर पर ही रहे।
बताते चलें कि बिहार में बढ़ते कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार लगातार स्वास्थ्य विभाग और जिला के अधिकारियों के साथ बैठक कर रहे हैं। सोमवार को उच्चस्तरीय बैठक करने वाले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज फिर एक बैठक कर रहे हैं। ऑक्सीजन और दवा कमी के साथ बिहार में बढ़ते कोरोना संक्रमण की स्थिति को देखते हुए बिहार में 10 दिनों का लॉकडाउन लगाया जा सकता है। खतरनाक हो चुके कोरोना की दूसरी लहर में भी लोग लापरवाह बने हुए हैं। संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए जारी गाइडलाइन की अनदेखी आज भी ज्यादातर लोग कर रहे हैं। हालांकि बता दे की सीएम नीतीश कुमार आज फिर से अधिकारियों के साथ बड़ी बैठक करने वाले हैं। बिहार में कोरोना से बिगड़ते हालात और संक्रमित मरीजों की लगातार बढ़ती संख्या ने सरकार की चिंता बढ़ा दी है। बिहार में भी ऑक्सीजन की काफी की कमी है। यहां भी कई कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत ऑक्सीजन की कमी की वजह से हो चुकी है। गुजरात के अहमदाबाद से 14000 रेमडेसिविर इंजेक्शन तो सोमवार की रात स्पेशल फ्लाइट से बिहार पहुंच चुका है। लेकिन संक्रमित मरीजों की संख्या को देखते हुए 14000 रेमडेसिविर इंजेक्शन काफी कम बताई जा रही है। कयास लगाए जा रहे हैं मंगलवार को होने वाली बैठक में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बिहार में 10 दिन का लॉकडाउन लगाने का फैसला ले सकते हैं। गौरतलब है कि पिछले करीब एक सप्ताह से बिहार में जांच के दौरान 12,000 से अधिक संख्या में कोरोना संक्रमित मरीजों की पहचान की जा रही है। एक लाख से अधिक जांच होने पर 12 हज़ार से अधिक संक्रमित मिल रहे थे लेकिन सोमवार को हुए महज 86 हजार जांच में 11,769 नए कोरोना संक्रमित मरीजों की पहचान हुई है। समझना मुश्किल नहीं है कि अगर सोमवार को जांच की संख्या एक लाख से अधिक होती तो संक्रमित मरीजों की संख्या 13,000 से ऊपर पहुंच सकती थी। जाहिर है कि जब लोग कोरोना गाइडलाइन का पालन नहीं कर रहे है तो सरकार कोरोना के चेन को तोड़ने के लिए लॉकडाउन का फैसला ले सकती है।
कोविड मरीज होम आइसोलेशन में है तो सबसे पहले तो अपने लिए एक अलग कमरा रखें। सभी के साथ बैठें-उठें भी नहीं। दिनभर अपने कमरे में रहना ज्यादा अच्छा है। संभव हो तो टॉयलेट भी अलग हो। कमरे में खिड़की है तो उसे खोल कर रखें, ताकि वेंटिलेशन होता रहे। परिवार के लोग भी खाना आदि साथ न खाएं, पास बैठ कर बातचीत या हंसें नहीं। खाना भी देना है तो दूर से दें, संभव हो तो डिस्पोजल वाले बर्तन का उपयोग करें, इससे बर्तन धुलना भी नहीं पड़ेगा। थोड़ा मुश्किल लगेगा, लेकिन परिवार को सुरक्षित रखने के लिए दूरी बनाकर रखें। आप फोन पर या वीडियो कॉल के जरिये बात कर सकते हैं।
कहतेे हैं दूरी सही जाए न ये दूरियां, मैं यहां तू वहां जैसे कई गाने अपनों से दूर होने के एहसास को लेकर बने हैं। अपनों से एक पल की भी दूरी सालों के बराबर लगती है। ऐसे में सिर्फ मिस यू’ कहना शायद काफी न हो। इसी वजह से फर्स्ट प्राइम के इस लेख में हम मिस यू वाली खबर लेकर आए हैं।
ब्यूरो रिपोर्ट: बेगूसराय