सामुदायिक किचन की शुरुआत, गरीब-मजदूरों को कराई जा रही है उत्तम भोजन की व्यवस्था !
First Prime: बिहार में कोरोना संक्रमण के मद्देनजर लगे संपूर्ण लॉकडाउन के बाद सरकार द्वारा विभिन्न स्थलों पर प्रारंभ किए सामुदायिक किचन अब निर्धनों का पेट भर रहा है। लॉक डाउन में जहां लोगों के व्यापार व छोटे-मोटे धंधे एकबार फिर से प्रभावित होने लगे हैं। वहीं खासकर वैसे गरीब-मजदूर जिन्हें दो वक्त की रोटी भी बड़ी कठिनाइयों से नसीब हो पाती है, उनके लिए परेशानी और बढ गई थी। इसे देखते हुए आपदा प्रबंधन विभाग अब सामुदायिक किचन के जरिए वैसे गरीब-गुरबों का पेट भर रहा है। इसी के तहत बलिया बाजार स्थित एस ए एस मध्य विद्यालय में फिलहाल एक स्थानों पर सामुदायिक किचन चलाया जा रहा है। जिसमें बुधवार को पहले दिन 40 से अधिक लोगों को खाना परोसा गया। इसकी जानकारी देते हुए अंचलाधिकारी अमृतराज बंधु ने बताया कि बलिया में बुधवार को प्रथम दिन समुदाय किचन में 40 से अधिक नि:सहाय, गरीब एवं दिव्यांग लोगों ने भोजन किया। उन्होंने बताया कि सामुदायिक किचन में फुटपाथ पर रहने वाले दैनिक श्रमिकों और राहगीरों के लिए काफी मददगार साबित होगा। सीओ ने बताया कि आपदा प्रबंधन विभाग ने लॉकडाउन के बाद गरीबों, मजदूरों के लिये राज्य भर में सामुदायिक रसोई शुरू करने का निर्देश दिया था। जिसके बाद बलिया में भी सामुदायिक रसोई की शुरूआत कर दी गई है। सीओ बताते हैं कि सभी सामुदायिक किचन में कोरोना गाइड लाइन का पालन करया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कोशिश यही की जा रही है कि लोग दूूरी बनाकर भोजन करें। उन्होंने बताया कि गरीब, बेघर, असहाय, मजदूर एवं जरूरतमंदों के लिए संचालित सामुदायिक किचन में दिन-रात खाना बनाकर लोगों को कोविड नियमों का पालन करते हुए खिलाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सामुदायिक किचन में वैसे लोग भी आकर भोजन कर सकते हैं जिन्हें होटल में किसी कारण से खाना न मिल पा रहा हो या वे होटलों के जरिए पार्सल नहीं ले जाना चाहते हों वैसे लोग यहीं बैठकर भोजन कर सकते हैं। बलिया में सामुदायिक किचन शुरूू होने से सांसद प्रतिनिधि गौरी शंकर पोद्दार ने प्रसन्नता जाहिर की है। उन्होंने कहा कि जो व्यक्ति कोरोना संक्रमित मरीज को लेकर अस्पताल में भर्ती कराए हैं और उनके साथ उनका परिजन देखरेख के लिए रह रहा है तो वो भी सामुदायिक किचन में जाकर भोजन कर सकते हैं। क्योंकि होटल सहित खाने पीने की सामग्री का दूकान लाक डाउन में बंद है। इस परिस्थिति में मरीज के परिजनों के भोजन की व्यवस्था भी सामुदायिक किचन में है।
रिपोर्ट : कृष्ण नंदन सिंह, बलिया- बेगूसराय