कोरोना महामारी के कारण वीरान पड़ी व्यवहार न्यायालय
कोरोना महामारी के कारण वीरान पड़ी व्यवहार न्यायालय
30 अप्रैल तक अधिवक्ता रहेंगे न्यायिक कार्य से अलग
First Prime: कोरोना महामारी की दूसरी लहर ने आम जनों के साथ अधिवक्ताओं को भी घर में रहने को मजबूर कर दिया है। व्यवहार न्यायालय परिसर में न्यायाधीश ,अधिवक्ता और न्यायालयकर्मी के लगातार हो रहे कोरोना पॉजिटिव के कारण जिला अधिवक्ता संघ और जिला वकील संघ ने एक अहम फैसला लेते हुए 30 अप्रैल तक न्यायिक कार्य से अलग रहने का बड़ा फैसला लिया हो। संघ के अहम फैसले के बाद व्यवहार न्यायालय परिसर पूरा सूना सूना हो गया एक भी लोग कहीं भी दिखाई नहीं पड़ रहे हैं। पूरी तरह से न्यायिक कार्य ठप हो गई है। जिला वकील संघ और जिला अधिवक्ता संघ को बंद कर दिया गया है।
आपको बता दें कि कोरोना की चपेट में कई न्यायधीश, दर्जनों न्यायालयकर्मी और अधिवक्ता आ चुके हैं। इस बार कोरोना का खतरा बहुत बड़ा है और लोगों में जागरूकता भी पहले से ज्यादा बड़ी है ।इसलिए लोग इस बार घर से निकलने और न्यायालय आने का परहेज कर रहे हैं। सभी लोग एक दूसरे का हाल समाचार मोबाइल और व्हाट्सएप के जरिए ले रहे हैं और एक दूसरे को घर से निकलने पर मना ही कर रहे हैं। 30 अप्रैल तक अगर सब कुछ ठीक-ठाक रहा तो पुनः एक मई से न्यायालय का काम सुचारू रूप से शुरू हो जाएगी।
राजेश सिंह ,विधि संवाददाता