कोरोना का हॉटस्पॉट बनते जा रहा है न्यायालय परिसर। प्राधिकार ने सिविल सर्जन को कहा टेस्टिंग और वैक्सीन का इंतजाम कीजिये
First Prime: बेगूसराय व्यवहार न्यायालय के न्यायालय परिसर कोरोना का हॉटस्पॉट बनते जा रहा है ।प्रत्येक दिन किसी ना किसी न्यायालय कर्मी के कोरोना पॉजिटिव होने की सूचना मिल रही है। अभी तक व्यवहार न्यायालय के दर्जनभर न्यायालय कर्मी और लगभग 7 न्यायधीश कोरोना संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं। कोरोना संक्रमण की चपेट में मंझौल अनुमंडल न्यायालय बखरी अनुमंडल न्यायालय और बलिया अनुमंडल न्यायालय के कर्मी आ चुका है। आज व्यवहार न्यायालय के एक अभियोजन पदाधिकारी और दो पेशकार के कोरोना पॉजिटिव होने की सूचना मिली है लगभग दर्जन भर न्यायालय कर्मी के कोरोना जांच रिपोर्ट आनी बाकी है। न्यायालय परिसर में तेजी से फैल रहे कोरोना को देखते हुए जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव धीरेंद्र कुमार पांडेय ने सिविल सर्जन को पत्र लिखकर न्यायालय परिसर में कोरोना टेस्टिंग और वैक्सीन का इंतजाम करने को कहा। आपको बता दें कि सिविल सर्जन ने जिला विधिक सेवा प्राधिकार के बिल्डिंग में 12 अप्रैल को कोरोना वैक्सीनेशन सेंटर खोला था जिसमें उस दिन लगभग 30 लोगों को कोरोना वैक्सीन दी गई उसके बाद से लगभग 8 दिनों से वैक्सीन उपलब्ध नहीं होने की बात बता कर सिविल सर्जन द्वारा न्यायालय परिसर के इस कोरोना वैक्सीनेशन सेंटर को बंद करके रखे हुए हैं।
प्राधिकार के सचिव ने सिविल सर्जन को आज पत्र लिखकर न्यायालय परिसर में वैक्सीन के साथ कोरोना टेस्टिंग की भी व्यवस्था करने को कहा है। कोरोना संक्रमण के इस तेज रफ्तार से अधिवक्ता समाज में भी दहशत का वातावरण बना हुआ है लगभग आधे अधिवक्ताओं ने न्यायालय आना अभी लगभग बंद किए हुए हैं और आधे में भी ज्यादातर अधिवक्ता फिलहाल संक्रमण को देखते हुए कुछ दिनों के लिए न्यायिक कार्य से अलग रहने का विचार कर रही है।मगर अभी तक जिला वकील संघ और जिला अधिवक्ता संघ के पदाधिकारियों द्वारा इस पर कोई बात नहीं कही गई गयी है।
राजेश सिंह, विधि संवाददाता